शनिवार, 2 अक्तूबर 2010

अलादीन का चिराग

बचपन में अलादीन के चिराग की कहानी पढ़ी थी
चिराग की जिन्न से दोस्ती बड़ी थी
जिन्न उस चिराग में रहता था
वही काम करता था जो अलादीन कहता था
एक वो चिराग मुझे मिल गया
जैसे उसे रगडा तो मेरा कलेजा हिल गया
उसमे से एक बहुत बड़ा जिन्न निकला
और बोला "हुकम मेरे आका"

पहले तो मैं डरा, फिर उसकी आँखों में झाँका
पुछा कौन हो? कहाँ से आये हो ?
किसने भेजा है? क्या काम है?
वो बोला जिन्न हैं चिराग से आये हैं
आपने बुलाया है आपके गुलाम हैं
आज के बाद आपके साथ रहेंगे
वही काम करेंगे जो आप कहेंगे
कोई "हुकम मेरे आका"

मैंने सोचा कि आज इससे सबकुछ मांग लिया जाये
और अपनी ज़रूरतों को पूरा किया जाये
मैंने कहा मेरे लिए एक बहुत बड़ा घर बनाया जाये
जिसमे मैं और मेरा परिवार शान से रह पाए
जिन्न बोला मेरे आका
अगर मुझे घर बनाना आता
तो क्या मैं चिराग में ही रह जाता?
चलिए कोशिश भी करूँ तो मकान के लिए जगह कहाँ है?
पहले दिल्ली में प्लाट खरीद कर दिखाइए
फिर मुझसे मकान बनवाइए
हाँ मकान बनवाते वक्त एक काम और कीजियेगा
दिल्ली पुलिस और कारपोरेशन से सेटिंग खुद कीजियेगा
ये दोनों किसी कि बात नहीं मानते हैं
ये तो सिर्फ पैसे कि भाषा जानते हैं
कोई और "हुकम मेरे आका"

मैंने कहा मेरे लिए लजीज खाना लाया जाये
जिन्न बोला
ये भी कोई काम है ये तो बहुत ही आसान है
फटाफट टेलीफोन उठाइए
किसी अच्छे से रेस्टोरेंट का नंबर मिलाइए
जो चाहिए फ्री होम डिलेवरी से मंगवाइए
हाँ एक काम और कीजियेगा
मेरे लिए भी तीन चार तरह कि सब्जियां
और बीस बटर नान मंगवा लीजियेगा
बहुत दिनों से भूखा हूँ आज पेट भर के खाऊंगा
मैंने कहा पैसे ही नहीं है कहाँ से मंगवाऊंगा
जिन्न बोला, पैसे की क्या बात है
मुश्किल काम नहीं है पैसा कमाना
दिल्ली में कई जगह नकली नोट छपते हैं वहीँ से मंगवाना
पांच सौ का नोट ढाई सौ में आएगा
बिलकुल असली जैसा है कोई पहचान भी नहीं पायेगा
मैंने कहा जिन्न भाई ऐसा काम करूँगा तो पुलिस पकड़ लेगी
नकली नोट चलाने के जुर्म में अन्दर कर देगी
और आप यहाँ की पुलिस को नहीं जानते हैं
एक जुर्म में पकड़ेगी तो चार इलज़ाम और लगा देगी
या तो कार चोरी का मुकदमा चलाएगी
या किसी का हत्यारा बता देगी
आप मुझ पर रहम खाइए
मैं हाथ जोड़ता हूँ यहाँ से जाइये

वो बोला ऐसे नहीं जाऊंगा
आपका हुकम मान कर अपना फ़र्ज़ निभाऊंगा
कोई और "हुकम मेरे आका"

अब मैं फंस गया भाई
आगे कुआं पीछे खाई
मैंने सोचा हरमिंदर भाई किसी तरह इससे पीछा छुड्वाओ
मैंने उसे आदेश दिया कि
कहीं से ओसामा बिन लादेन को पकड़ कर लाओ
पांच करोड़ का इनाम पाएंगे
ऐश भी करेंगे और मकान भी बनायेंगे
वो बोला पांच करोड़ कि तो छोडो
वो तो आपको वैसे ही नहीं मिल पाएंगे
लादेन को पकड़ भी लिया तो
चालीस परसेंट इनकम टैक्स वाले ले जाएँगे
और आप क्या सोचते हैं कि मैं लादेंज को पकड़ कर लाऊंगा
अरे अमरीका की पूरी की पूरी फ़ौज तो उसे पकड़ नहीं पा रही है
मैं कहाँ से पकड़ पाउँगा
कोई और "हुकम मेरे आका"


मैंने कहाँ भाई मेरी एक बहुत बड़ी मुश्किल सुलझाओ
जाओ इन आतंकवादी संगठनों को समझा कर आओ
हर वक्त अलापते हैं अलग राज्य का राग
इनके उग्रवादी फैलाते हैं हिंदुस्तान में दंगा फसाद
जाइये जा कर इन्हें समझाइए
हिन्दुस्तान सोया शेर है इसे मत जगाइए
जिन्न बोला बड़ी मुश्किल में डाल दिया मेरे आका
काश आतंकी संगठन मेरी बात समझ पाता
वो जिद्दी है जिद पर अड़ा है
अमेरीका और ब्रिटेन के समझाने पर भी नहीं समझ रहा है
और ये काम तो मुझसे होगा भी नहीं
मैं इंसानों को समझा सकता हूँ हैवानो को नहीं
कोई और "हुकम मेरे आका"

इतने में न जाने किसने डाला मेरी नींद पे डाका
मैं बिस्तर से उठा आँखे मसली
सामने खड़ी थी पत्नी गुस्से से भरी
मैंने उठते ही पूछा
वो चिराग वो जिन्न कहाँ है
वो कहने लगी
जिन्न का तो पता नहीं साक्षात् देवी यहाँ है
उस दिन से आज तक
मैं उस जिन्न को ढूंढता फिरता हूँ
उससे एक ज़रूरी काम करवाना है
रोटी कपडा और देश की तो छोडो यार
उस देवी से पीछा छुडवाना है

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